आजाद ख्याल

वहां पहुँच कर क्या करना

जहाँ लगते न हो हम ऊँचें,

यूँ ही व्यर्थ की बातों में तुम
न अपना समय बर्बाद करो,

आजाद करो उन ख्यालों से
जो आगे न तुम्हें बढ़ने देते,

जो कहीं बढाते कदम हो तुम
तो हर पल ही तुमको रोकें,

मत डरो विचार नया है जो 
उसी विचार को बुनियाद करो,

जिसे देखा न हो दुनिया ने
तुम ऐसा कुछ इजाद करो,

आजाद करो उन लोगों से
जो तुम्हें गिराने पर हैं तुले,

ऐसे लोगों की संगती से
कहाँ है किसी के भाग्य खुले,

जो करना है वो खुद ही करो
न किसी से तुम फ़रियाद करो,

आजाद करो उन राहों से
किसी मंजिल पर जो न पहुंचे,

आजाद करो उन रिवाजों से
जो बेड़ियाँ पाँव में हैं डाले,

तोड़ दो उन दीवारों को
जो रोकते हैं सूरज के उजाले,

पानी है सफलता जो तुमको
तो खुद को तुम आजाद करो,

मत डरो किसी मुसीबत से
अपने हौंसले को फौलाद करो।

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5 Comments

खूबसूरत भाव और अभिव्यक्ति

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Abhinav ji

16-Sep-2023 07:45 AM

Very nice

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Reena yadav

15-Sep-2023 07:48 PM

👍👍

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